Beautiful Hindi Shayari on Love: मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा न लगे, कैसर उल ज़ाफ़री की मशहूर ग़ज़ल ग़ज़ल/कैसर उल ज़ाफ़री तुम्हारे शहर का...
Ahmed Faraz Poetry: करेगा कौन तेरी बेवफ़ाइयों का गिला Ahmed Faraz Poetry: ग़ज़ल बुझी नज़र तो करिश्मे भी रोज़ो शब के गये के अब तलक नही...
जानता था कि सितमगर है मगर क्या कीजे दिल लगाने के लिए और कोई था भी नहीं