Classical Shayari: ग़ज़ल इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है ये किस का...
Ahmed Faraz Poetry ग़ज़ल जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना मुझे गुमाँ भी ना हो और तुम बदल जाना ये शोलगी हो बदन...
Zindagi Bashir Badr Shayari ग़ज़ल सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगाइतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर...
Jaun Eliya Shayari in Hindi: मैं हूँ न क़त्ल कोई तमाशा किए बग़ैर ग़ज़ल हम जी रहे हैं कोई बहाना किए बग़ैर उस के बग़ैर उस...
Meri Khamoshi Shayari: देर न करना घर जाने में वरना घर खो जायेंगे; Nida Fazli की ग़ज़ल Meri Khamoshi Shayari: ग़ज़ल तन्हा तन्हा हम रो लेंगे...
दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था
Khamoshi Shayari: लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई, मुज़फ्फ़र रज़्मी की विश्व प्रसिद्ध ग़ज़ल khamoshi shayari- ग़ज़ल इस राज़ को क्या जानें साहिल...
Classical Shayari: उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़ ग़ज़ल हुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा है उस से मेरा मह-ए-ख़ुर्शीद-जमाल अच्छा है बोसा...
Classical Shayari: दो गज़ ज़मीन भी न मिली कू-ए-यार में, बहादुर शाह ज़फर की शायरी ग़ज़ल लगता नहीं है दिल मिरा उजड़े दयार में किस की...
Beautiful Hindi Shayari on Love: मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा न लगे, कैसर उल ज़ाफ़री की मशहूर ग़ज़ल ग़ज़ल/कैसर उल ज़ाफ़री तुम्हारे शहर का...
भटके जहां को राह दिखा जाओ फिर से बुद्ध! इन्सानियत के वास्ते आ जाओ फिर से बुद्ध!
छत टपकती थी अगरचे फिर भी आ जाती थी नींद मैं नए घर में बहुत रोया पुराने के लिए