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New UK visa rules for students : UK के नए वीज़ा नियमों का भारतीय विद्यार्थियों और श्रमिकों पर क्या होगा असर?
यूनाइटेड किंगडम भारतीय छात्रों के लिए एक पसंदीदा देश रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत के 55,000 छात्र 2022 में UK में पढाई कर रहे थे.
यूनाइटेड किंगडम ने वीज़ा के नए नियम लागु किये है जिनका असर UK में पढ़ने वाले उन छात्रों पर होगा जो भविष्य में अपने आश्रितों, परिवार वालों, माता पिता या बीवी बच्चों को अपने साथ UK में लाना चाहते थे.
पहले वीज़ा नियमों के तहत डिपेंडेंट वीज़ा छात्रों को अपने साथ अपने आश्रितों को लाने की इजाज़त देते थे, जबकि नए प्रतिबन्ध पोस्ट ग्रेजुएट लेवल और नॉन रिसर्च वाले छात्रों को प्रभावित करने वाले हैं. यूके के गृह विभाग के आंकड़ों से पता चला है कि जून 2023 को समाप्त वर्ष में भारतीयों को 1,42,848 पढ़ने के लिए स्पोंसरड़ वीज़ा दिए गए थे – जो कि जून 2022 को समाप्त वर्ष की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक है।
जून 2023 में जारी किए गए 5,00,000 स्पोंसरड यूके अध्ययन-संबंधी वीज़ा में से लगभग 1,54,000 छात्रों के आश्रितों को दिए गए थे. यूके गृह विभाग के अनुसार, इस दौरान स्पोंसरड़ यूके अध्ययन वीज़ा में भारतीयों की हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई थी.नए रूल्स के मुताबिक पी एच डी करने वाले छात्रों को कुशल वर्किंग वीज़ा में बदलने के लिए 24 महीनों तक पढाई करनी होगी, साथ ही नौकरी शुरू करने की तारीख भी बतानी होगी। BBC द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा सरकार छात्रों को कोर्स पूरा करने के बाद कम से कम 2 साल तक UK में रहने की अनुमति देने वाले गैजुएशन वीज़ा नियमों की समीक्षा करने जा रही है