Connect with us

लोकप्रिय

My Life Poetry: ज़रा देर का कोई ख़्वाब था, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

वो नही मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

Published

on

This image has an empty alt attribute; its file name is Untitled-design-23-1024x555.png

My Life Poetry: वो नही मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

वो नही मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

उसे याद करके ना दिल दुखा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

ना गिला किया ना ख़फ़ा हुए, युँ ही रास्ते में जुदा हुए

ना तू बेवफ़ा ना मैं बेवफ़ा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

तुझे एतबार-ओ-यकीं नहीं, नहीं दुनिया इतनी बुरी नहीं

ना मलाल कर, मेरे साथ आ, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

वो वफ़ाएँ थीं, के जफ़ाएँ थीं, ये ना सोच किस की ख़ताएँ थीं

वो तेरा हैं, उसको गले लगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

वो ग़ज़ल की कोई किताब था , वो गुलों में एक गुलाब था

ज़रा देर का कोई ख़्वाब था, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

मुझे पतझड़ों की कहानियाँ, न सुना सुना के उदास कर

तू खिज़ाँ का फूल है, मुस्कुरा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

वो उदास धूप समेट कर कहीं वादियों में उतर चुका

उसे अब न दे मिरे दिल सदा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

ये सफ़र भी किताना तवील है , यहाँ वक़्त कितना क़लील है

कहाँ लौट कर कोई आएगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया

कोई फ़र्क शाह-ओ-गदा नहीं, कि यहाँ किसी को बक़ा नहीं

ये उजाड़ महलों की सुन सदा , जो गुज़र गया सो गुज़र गया

बशीर बद्र

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

WhatsApp Channel Join Now

Copyright © 2024 Topnewser.com